Prarabdh Dharm-Aadhyatm : आज का पंचांग (04 मार्च 2022)

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04 मार्च, दिन : शुक्रवार


विक्रम संवत : 2078 (गुजरात - 2077)


शक संवत : 1943


अयन : उत्तरायण


ऋतु - वसंत ऋतु प्रारंभ


मास - फाल्गुन (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार- माघ)


पक्ष - शुक्ल


तिथि -   द्वितीया रात्रि 08:45 तक तत्पश्चात तृतीया


नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद  05 मार्च रात्रि 01:52 तक तत्पश्चात रेवती


योग -  शुभ 05 मार्च रात्रि 01:45 तक तत्पश्चात शुक्ल


राहुकाल -  सुबह 11:22 से दोपहर 12:51 तक


सूर्योदय - 06:58


सूर्यास्त - 18:42


दिशाशूल - पश्चिम दिशा में


पंचक


पंचक का आरंभ 28 मार्च 2022, सोमवार को रात्रि 11.55 बजे से 

पंचक का समापन- 2 अप्रैल 2022, शनिवार को सुबह 11.21 बजे तक 


एकादशी


सोमवार, 14 मार्च 2022- आमलकी एकादशी

सोमवार, 28 मार्च 2022- पापमोचनी एकादशी


प्रदोष


15 मार्च, दिन: मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत, पूजा मुहूर्त: शाम 06:29 बजे से रात 08:53 बजे तक


29 मार्च, दिन: मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत, पूजा मुहूर्त: शाम 06:37 बजे से रात 08:57 बजे तक


पूर्णिमा


17 मार्च, दिन: गुरुवार: फाल्गुन पूर्णिमा


व्रत पर्व विवरण - चंद्र दर्शन, श्री रामकृष्ण परमहंस जयंती 


विशेष - द्वितीया 


लक्ष्मीप्राप्ति व घर में सुख-शांति हेतु


तुलसी-गमले की प्रतिदिन एक प्रदक्षिणा करने से लक्ष्मीप्राप्ति में सहायता मिलती है |


तुलसी के थोड़े पत्ते पानी में डाल के उसे सामने रखकर भगवद्गीता का पाठ करे | फिर घर के सभी लोग मिल के भगवन्नाम - कीर्तन करके हास्य - प्रयोग करे और वह पवित्र जल सब लोग ग्रहण करे | यह प्रयोग करने से घर के झगड़े मिटते है, शराबी की शराब छुटती है और घर में सुख शांति का वास होता है |

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