UP Election : कानपुर में इतनी मिली नकदी, नोट गिनने को मंगानी पड़ी मशीन

पुलिस ने दो जगह पकड़ी नकदी, कुल बरामद कैश है सवा सात करोड़ रुपये


आयकर विभाग के अधिकारी जांच को पहुंचे थाने, स्रोत का मांगा है प्रमाण




प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, कानपुर


उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पुलिस की सक्रियता बढ़ गई है। चुनाव में मतदाताओं को अपने पक्ष में तरह-तरह के लालच भी दिए जाते हैं। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद से नकद राशि लेकर इधर से उधर जाने वालों की निगरानी भी बढ़ा दी गई है। शनिवार को अब तक की सबसे बड़ी धनराशि की बरामदगी पुलिस ने की है, जिसमें दो अलग-अलग जगहों में मिलाकर सवा सात करोड़ रुपये पकड़े हैं। स्वरूप नगर क्षेत्र में पुलिस और स्टेटिक टीम ने एक युवक के पास से डेढ़ करोड़ रुपये बरामद किए हैं। इसी तरह काकादेव पुलिस ने एक वाहन से पौने छह कराेड़ रुपये पकड़ेहैं। आयकर विभाग के अधिकारी नकदी को लेकर पूछताछ कर रहे हैं। नोट गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी है।



उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कानपुर पुलिस सक्रिय है। चुनाव को प्रभावित करने वाले संदिग्ध लोगों की लगातार निगरानी की जा रही है। इसके लिए चौक-चौराहों पर चेकिंग अभियान चला कर पुलिस लोगों की तलाशी ले रही है। अबतक कई छोटे वाहनों से नगदी लेकर जाने वालों को पकड़ चुकी है। शनिवार को पुलिस और स्टेटिक टीम ने बड़ी बरामदगी की है।



शनिवार सुबह पुलिस और स्टेटिक टीम ने स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के गोल चौराहे के पास चेकिंग के दौरान कार रोकी, जिसमें चार लोग सवार थे। पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसमें नकदी मिली। पुलिस कार सवारों व नकदी लेकर थाने आ गई। जब नोटों की गिनती कराई, तो एक करोड़ 54 लाख रुपये बरामद हुए। कार सवारों ने बताया कि नकदी एटीएम में पैसा जमा करने वाली कंपनी की है और वह सभी कर्मचारी हैं। कैश लेकर एटीएम में डालने जा रहे थे।



एसीपी स्वरूप नगर ब्रिज नारायण सिंह ने बताया कि कार सवार कंपनी और नकदी संबंधी कागजात की जानकारी नहीं दे सके है। फिलहाल नकदी कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल के लिए आयकर विभाग को सूचना देकर बुला लिया गया है। नकदी के स्रोस का पता लगाया जा रहा है।



काकादेव पुलिस ने अबतक की सबसे बड़ी बरामदगी की है, पुलिस टीम को एक युवक के पास से करीब पौने छह करोड़ रुपये मिले हैं। पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक कार से 5 करोड़ 74 लाख रुपये बरामद किए हैं। डीसीपी पश्चिम बीबी जीटीएस मूर्ति ने बताया कि शुरुआती जांच में कार सवारों ने सीएमएस इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी का कैश होने की जानकारी दी है। कंपनी कई प्राइवेट व सरकारी कंपनियों के लिए वसूली का कार्य करती है। यह पूरा कैश विद्युत विभाग का है, जिसे बैंक में जमा करने ले जाया जा रहा था।



पुलिस ने आयकर विभाग को सूचना दी तो आयकर अधिकारी थाने पहुंच गए हैं। कंपनी से कैश संबंध दस्तावेज मांगे गए हैं। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद पुलिस इससे पहले दो करोड़ से भी ज्यादा की रकम बरामद कर चुकी है।


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