विक्रम संवत : 2078 (गुजरात - 2077)
शक संवत : 1943
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : हेमंत
मास - मार्ग शीर्ष मास
पक्ष - शुक्ल
तिथि - सप्तमी शाम 07:09 तक तत्पश्चात अष्टमी
नक्षत्र - शतभिषा रात्रि 09:48 तक तत्पश्चात पूर्वभाद्ररपद
योग - हर्षण सुबह 08:22 तक तत्पश्चात वज्र
राहुकाल - सुबह 11:10 से दोपहर 12:32 तक
सूर्योदय - 07:06
सूर्यास्त - 17:56
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
पंचक
09 दिसंबर 2021 से 14 दिसंबर 2021 तक।
व्रत और त्योहार
एकादशी
14 दिसंबर : मोक्षदा एकादशी
30 दिसंबर : सफला एकादशी
प्रदोष
31 दिसंबर : प्रदोष व्रत
पूर्णिमा
18 दिसंबर : मार्गशीर्ष पूर्णिमा
अमावस्या
04 दिसम्बर : मार्गशीर्ष अमावस्या
व्रत पर्व विवरण -
विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
स्वास्थवर्धक विशेष प्रयोग
यौवनदाता : १० – १५ ग्राम गाय के घी के साथ २५ ग्राम आँवले का चूर्ण, ५ ग्राम शहद तथा १० ग्राम तिल का तेल मिलाकर प्रात: सेवन करने से दीर्घकाल तक युवावस्था बनी रहती है |
यादशक्ति बढ़ानेे हेतु : प्रतिदिन १५ से २० मि.ली. तुलसी रस व एक चम्मच च्यवनप्राश का थोडा-सा घोल बना के सारस्वत्य मंत्र अथवा गुरुमंत्र जपकर पियें | ४० दिन में चमत्कारिक फायदा होगा |
वीर्यवर्धक योग : ४ – ५ खजूर रात को पानी में भिगो के रखें | सुबह १ चम्मच मक्खन, १ इलायची व थोडा-सा जायफल पानी में घिसकर उसमें मिला के खाली पेट लें | यह वीर्यवर्धक प्रयोग है |
कलह-क्लेश, रोग व दुर्बलता मिटाने का उपाय
जिसको घर में कलह-क्लेश मिटाना हो, रोग या शारीरिक दुर्बलता मिटाना हो वह इस चौपाई की पुनरावृत्ति किया करे
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौ पवन-कुमार|
*बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ||
मुँह से बदबू
नमक और काली मिर्च मिलाके कभी – कभी मंजन करे तो मुँह की बदबू चली जायेगी |
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