Ayodhya News Update : अयोध्या में अनाज से उकेरी श्रीराम की आकृति का विधि मंत्री ब्रजेश पाठक ने किया अनवारण

  • आशापुर स्थित अवध इंटरनेशनल स्कूल परिसर में 10, 800 वर्ग फीट के कैनवास पर 125 क्विंटल अनाज से आकर्षक राम, जानकी व पवनसुत हनुमान की आकृति उकेरी



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, अयोध्या


अन्नदाताओं की अथम परिश्रम अन्न उपजता है। उनके परिश्रम के पसीने से उपजाए अन्न से मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, जानकी और हनुमान की आकृति उभारी जाए तो भक्ति और भाव का अदभुत संगम नजर आएगा। शनिवार को अयोध्या के आशापुर स्थित अवध इंटरनेशनल स्कूल परिसर में 10, 800 वर्ग फीट के कैनवास पर 125 क्विंटल अनाज से आकर्षक राम, जानकी व पवनसुत हनुमान की आकृति उकेर कर हर भक्त का मन मोह लिया। इसके लिए गेहूं, चावल, सोयाबीन, उड़द, मक्का, मसूर, राजमा, मुंगफली, राजमा, मंगू, चना, अरहर की दाल और ज्वार आदि अनाजों का इस्तेमाल किया गया।


आनाज से उकेरी गई श्रीराम की आकृति का शनिवार दोपहर विधि, न्याय एवं ग्रामीण अभियंत्रण मंत्री ब्रजेश पाठक ने अनावरण किया। श्रीराम-जानकी व हनुमान का आकर्षक चित्र देखकर लोग मंत्र मुग्ध हो गए। राम, जानकी और हनुमान का चित्र मध्यप्रदेश के हरदा के 60 कलाकारों ने अथम परिश्रम और लगन के साथ उकेरा है, जो जीवंतता प्रदान कर रहा था। मध्य प्रदेश का हरदा वहां के कृषि मंत्री कमल पटेल की कर्मभूमि है। उनके संरक्षण में ही सतीश गुर्जर और उनकी टीम कला को क्षितिज पर जीवंत बनाए हुए और नीत नए कीर्तिमान रच रही है। इस दौरान जगद्गुरु रामानंदचार्य, स्वामी राम दिनेशाचार्य, वशिष्ठ पीठ तिवारी मंदिर के महंत गिरीशपति त्रिपाठी, डांडिया मंदिर के महंत गिरीश दास भी कलाकारों का उत्साह वर्धन करते रहे।




अतुलनीय है श्रीराम-माता जानकी का चित्र


विधि मंत्री श्री बृजेश पाठक ने कहा कि अयोध्या की पावन धरती पर मध्य प्रदेश से चलकर खिलता कमल जन सेवा संस्थान के सतीश गुर्जर और उनकी पूरी टीम जिस ढंग से प्रभु श्रीराम का चित्र अनाज के माध्यम से बनाया है। वह बहुत ही अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन में पहली बार इतना बड़ा चित्र देखा है, जो विभिन्न अनाजों का उपयोग करके बनाया गया है। अयोध्या की धरती पर ऐसा विग्रह पहली बार बनाया गया है। उन्होंने सभी से अपील की है कि अगर आपके पास समय हो तो इस अद्भुत चित्र को देखने जरूर आएं। प्रभु श्री राम के दर्शन करें और उनका आभार प्रकट करें।




कालाकार बनाते जा रहे रिकार्ड


कलाकार सतीश गुर्जर एवं उनके सहयोगी कालाकार लगतार एक से एक रिकार्ड बनाते जा रहे हैं। इन कलाकारों ने अंगुलियों ने पूर्व राष्टपति एपीजी अब्दुल कलाम और युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद का चित्र भी अनाज के दानों से बनाकर विश्व रिकार्ड बना चुके हैं। शनिवार को श्रीराम, जानकी व हनुमानजी का सबसे बड़ा चित्र बनाकर लंदन के वर्ल्ड बुक रिकार्ड्स में स्थान बनाया है।




चित्र संरक्षण का इंतजाम


श्रीराम, जानकी व हनुमान जी के अनाज से उकेरे गए चित्र को संरक्षित रखने का भी पूरा इंतजाम किया गया था। अनाज के दाने नमी से न प्रभावित हों, इसके लिए प्लास्टिक की मोटी शीट बिछाई गई थी। राम में इसके ऊपर भी प्लास्टिक की शीट तानी गई थी। पशु-पक्षियों व बंदरों से बचाने के लिए बड़ी संख्या में वालंटियर्स तैनात किए गए। इस चित्र को सात नवंबर तक संरक्षित रखा जाएगा।

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