All India BrahmRishi Mahasangh Conference : ब्रह्म ऋषियों की पहचान दौलत नहीं, पवित्रता और ज्ञान की जाति

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  • अखिल भारतीय ब्रह्म ऋषि महासंघ के दो दिवसीय क्रेंदित विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, गाजियाबाद


अखिल भारतीय ब्रह्म ऋषि महासंघ के क्रेंदित विशेष दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारम्भ गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित कल्पतरु साधना एवं सेवा आश्रम के प्रांगण में आयोजित किया गया। इसमें अखिल भारतीय ब्रह्म ऋषि महासंघ के पूर्व अध्यक्ष राज कुमार त्यागी, अनिल त्यागी, सुनील त्यागी एवं प्रस्तावित अध्यक्ष प्रवीन त्यागी ने एक स्वर में कहा कि “दौलत“ की जाति से हम “पवित्रता“ और “ज्ञान“ की जाति को अधिक महत्व देते हैं। ब्रह्म ऋषियों की यही पहचान है।


ब्रह्म ऋषियों के विचारों की स्मारिका का विमोचन



अधिवेशन में ब्रह्म ऋषियों के विचारों और संपर्क के संग्रह की एक स्मारिका का विमोचन लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनी कुमार बक्शी, एयर मार्शल एन वी त्यागी, मेजर जनरल जी डी बक्शी, एयर वाइस मार्शल बी एन त्यागी, एयर वाइस मार्शल अजीत त्यागी, यूपी पुलिस के पूर्व महानिदेशक वीएन राय, स्टील मंत्रालय के पूर्व सचिव विनय कुमार, हिन्दुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड के पूर्व चैयरमैन डाॅ. राज कुमार त्यागी, पावर मंत्रालय के पूर्व सचिव आरवी शाही, आंध्र प्रदेश सरकार के सलाहकार राजन छिब्बर, इंटर नेशनल मोनिट्रीन फंड के सलाहकार एवं भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के सचिव डाॅ. विश्वपति त्रिवेदी, क्रेंदीय प्रदूषण बोर्ड के पूर्व चैयरमैन पारितोष त्यागी, महाराष्ट्र के पूर्व चीफ कंजरवेटर ऑफ़ फोरेस्ट दिनेश त्यागी, दिल्ली कैबिनेट सचिवालय के संयुक्त सचिव एसके त्यागी, कर्नाटक के प्रोफ़ेसर चन्द्र शेखर दामले, केरला के उन्नी नमुथ्री, तमिलनाडू के डाॅ. एस नारायण, बेंगलुरू के डाॅ. पी नर्सिमा मूर्ति, बिहार भाजपा के पूर्व महामंत्री सुधीर शर्मा, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री इंजीनियर अजीत कुमार, संजीत ठाकुर, बनारस से केके पांडेय, ललितेश्वर कुमार राय अपने बिहार व झारखंड के चार मित्रों संग, रांची यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष कुरेश प्रसाद शर्मा, दिल्ली से साकेत बिहारी शर्मा ने किया।


ब्रह्म ऋषियों के विभिन्न घटक हुए शामिल



अधिवेशन में ब्रह्म ऋषियों के विभिन्न घटकों त्यागी, भूमिहार, मोहियाल, गालव, चित्पावन, अय्यर, नमुदरी, अयंगर, कान कुंज, नियोगी के मुख्य प्रतिनिधि देश के अलग-अलग हिस्से से शामिल हुए। ब्रह्म ऋषियों ने कहा कि विघटनकारी और देश विरोधी शक्तियों को देखते हुए वर्तमान में “अपनी मां“ और “देवी मां“ से अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है “भारत मां।


प्रत्येक पदाधिकारी के लिए कार्य निर्देशित



अधिवेशन में प्रत्येक पदाधिकारी के लिए कुछ कार्य निर्देशित किए गए हैं। उनमें विद्यार्थियों को वजीफा, बेरोजगार युवकों को नौकरी या स्टार्ट अप, फ़ुटबाल ग्राउंड्स का सृजन, सामुदायिक केन्द्रों की स्थापना, पुस्तकालय, छात्र और छात्राओं के लिए हॉस्टल, महापुरुषों की प्रतिमाओं की स्थापना आदि। यह भी कहा गया कि जो पदाधिकारी इन कार्यों में कम से कम एक पर भी एक वर्ष में परिणाम नहीं दे पाएगा, उसे अपना त्यागपत्र देना होगा।


ब्रह्म ऋषियों को आना होगा एक मंच पर



अखिल भारतीय ब्रह्म ऋषि महासंघ के राष्ट्रीय अधिवेशन के संयोजक एवं वीर चक्र से सम्मानित कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा कि यद्धपि शेर और विद्वान झुंडों में नहीं चलते, फिर भी रेडिकल इस्लामिक जिहाद को देखते हुए आज सभी ब्रह्म ऋषियों को एक मंच पर आना ही पड़ेगा। इस अवसर पर दिल्ली से सुनील त्यागी और अमरीश, गाज़ियाबाद से अजय त्यागी, राकेश, मुकेश, प्रेम दत्त, आदेश, वीरेंद्र, अशोक, पुनीत, राजीव, सत्यवीर त्यागी आदि ने ब्रह्म ऋषि समाज के उदेश्यों को पूरा करने का रोडमैप बताया।



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