Raymond & Singhania family : रेमण्ड के मालिक गौतम सिंहानिया मतभेद भुलाकर नौ साल बाद पिता से मिले

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होली से ठीक पहले सिंहानिया परिवार की खुशियां फिर से लौट आईं


कानपुर से सिंहानिया परिवार इसे नए व्यापारिक प्रादुर्भाव के रूप में देख रहा

पिता विजयपत के साथ रेमण्ड के मालिक गौतम सिंहानिया।

सौ. एक्स।


प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, कानपुर 


होली से ठीक पहले सिंहानिया परिवार की खुशियां फिर से लौट आईं हैं। इसकी वजह सिंहानिया परिवार के जेके समूह के रेमण्ड के मालिक गौतम सिंहानिया ने नौ वर्ष बाद सभी मतभेद भुलाकर अपने पिता विजयपत सिंहानिया से मिले और गिले-शिकवे दूर कर गले लग गए। उन्होंने अपने एक्स के हैंडल पर अपने पिता के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा है-पापा घर लौट आए। यह फोटो कारपोरेट घराने के लिए सुखद अहसास कराने वाली है।


फोटो में विजयपत सिंहानिया और उनके बेटे गौतम का मुस्कुराता चेहरा सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। कहां पिता विजयपत सिंहानिया को घर से बेदखल करने वाला बेटा गौतम अब पत्नी से तलाक के विवाद के बाद फिर से पिता का आशीर्वाद पाने के लिए उनके चरणों में पहुंच गया है। कानपुर से सिंहानिया परिवार का जुड़ाव होने के कारण यहां इसे नए व्यापारिक प्रादुर्भाव के रूप में भी देखा जा रहा है। वहीं, विजयपत सिंहानिया अपने रोमांच भरे कारनामों के कारण खतरों के खिलाड़ी कहलाते हैं।



कानपुर में कम लोग जानते हैं कि रोमांचक करतब के शौकीन मुंबई में बसे विजयपत सिंहानिया का बचपन और युवा अवस्था के कुछ वर्ष छावनी क्षेत्र में गंगातट पर गंगाकुटी (सिंहानिया परिवार का निवास) कानपुर में ही गुजरे थे। वह जीएनके इंटर कालेज में पढ़े थे। यहां से वह पिता कैलाशपत सिंहानिया के पास मुंबई रहने चले गए थे। वहां पर आलीशान बंगले में रहने के बाद भी वह आज भी कनपुरिया यादें संजोए हैं। जब-तब तीज-त्योहार में कानपुर आते तो बाबा आनंदेश्वर के दर्शन को परमट जाना नहीं भूलते। कमला क्लब में लाला कैलाशपत सिंहानिया स्मारक नेशनल बास्केटबॉल टूर्नामेंट में विजयपत कानपुर जरूर आते हैं।


12 हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक विजयपत सिंहानिया की गिनती प्रयोगधर्मी कारोबारी के तौर पर होती है। जवानी के दिनों में इन्होंने अपने कारोबार को बढ़ाने में तरह तरह के प्रयोग किए। पिता कैलाशपत सिंहानिया के न रहने पर अपने चचेरे बड़े भाई गोपालपत (सर पदमपत सिंहानिया के बेटे) के साथ मिलकर रेमण्ड कंपनी को दुनिया के सरताज ब्रांडों में शुमार कराया। गोपाल बाबू के दुनिया से रुखसत के बाद न सिर्फ रेमण्ड कंपनी को अकेले संभाला, बल्कि एक दर्जन से अधिक नई कंपनियां खोलीं।


इसलिए, विजयपत हमेशा रहे सुर्खियों में 


11-24 दिन में पूरी की 34 हजार किलोमीटर की उड़ान।


67 साल की उम्र में सबसे ऊंचाई पर उड़ाया हॉट एयर बैलून।


ऊंचाई पसंद थी इसीलिए बनवाया 36 मंजिला घर।


ऊंचाई पसंद थी इसलिए मुकेश अंबानी के एंटीलिया से भी ऊंचे घर पर रहे।


विजयपत सिंघानिया ने वर्ष 1980 में रेमण्ड कंपनी की कमान संभाली।


वर्ष 1990 में देश के बाहर ओमान में कंपनी का 

पहला विदेशी शो रूम खोला।

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