Prarabdh Dharm-Aadhyatm : आज का पंचांग (23 मार्च 2022)

23 मार्च, दिन : बुद्धवार


विक्रम संवत : 2078 (गुजरात - 2077)


शक संवत : 1943


अयन : उत्तरायण


ऋतु - वसंत ऋतु


मास - चैत्र  (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - फाल्गुन)


पक्ष - कृष्ण


तिथि - षष्ठी 24 मार्च रात्रि  02:16  तक तत्पश्चात सप्तमी


नक्षत्र - अनुराधा शाम 06:53 तक तत्पश्चात जेष्ठा


योग - वज्र सुबह 10:20 तक तत्पश्चात सिद्धि


राहुकाल - दोपहर 12:45 से दोपहर 02:17 तक


सूर्योदय - 06:41


सूर्यास्त - 18:49


दिशाशूल - उत्तर दिशा में


पंचक


पंचक का आरंभ 28 मार्च 2022, सोमवार को रात्रि 11.55 बजे से 

पंचक का समापन- 2 अप्रैल 2022, शनिवार को सुबह 11.21 बजे तक 


एकादशी


सोमवार, 28 मार्च 2022- पापमोचनी एकादशी


प्रदोष 


29 मार्च, दिन: मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत, पूजा मुहूर्त: शाम 06:37 बजे से रात 08:57 बजे तक


व्रत पर्व विवरण - संत एकनाथ जी जयंती


विशेष - षष्ठी

        

बच्चों का रोना


रात को बच्चे उठकर रोते हैं तो दूध आदि पिलाकर/पिलाते हुए सिर पर हाथ घुमाते हुए गुरु मंत्र जप करें, तुलसी की माला पहनाये।


ग्रहबाधा दूर करने का उपाय


शनि, राहू-केतु आदि ग्रहों के दोष-निवारण के लिए प्रत्येक मंगलवार या शनिवार को अपने हाथ से आटे की लोई गुड़सहित प्रेमपूर्वक किसी नंदी अथवा गाय को खिलायें | कैसी भी ग्रहबाधा हो, दूर हो जायेगी।

         

स्वप्नदोष, धातु सम्बंधित तकलीफें


जिसको स्वप्नदोष, धातु सम्बंधित तकलीफें हैं, उनके लिए सरल उपाय हैं, सूर्य-अस्त के बाद अँधेरा होने के पहले, पश्चिम (west) में एक ही तारा होता हैं- शुक्र का तारा , वहा चमकता हैं। उसको यह मंत्र बोले।


हेमकुंदमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम् |

सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्‍यहम् ||

ॐ शुक्राय नमः


अगर घर पर हो तो दीपक भी दिखा दें नहीं तो सिर्फ़ मंत्र बोले. स्वप्नदोष, धातु की तकलीफों में बहुत लाभ होता हैं, शरीर में शुक्र मजबूत होता हैं।


कोई खर्चा नहीं हैं.कोई भी दिन कर सकते हैं। शुक्रवार को करो तो और अच्छा हैं ।


जिसको यह प्रॉब्लम हैं वे मानते हैं की यह ग़लत आदत हैं और यह मुझमे हैं। यह आदत आप में हैं तो आपसे अलग हैं। आप अपने को शुद्ध, बुध आत्मा जानो। इस तरह इससे बच सकते हों। दृढ विश्वास रखें।

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