BSP Chief Mayawati said in Lucknow - BJP and SP are two sides of the same coin : बसपा सुप्रीमाे मायावती ने कहा- भाजपा और सपा एक ही सिक्के के दो पहलू

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  • बसपा किसी दल से नहीं करेगी गठबंधन, उसका स्थायी समझौता जनता से
  • विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उनकी तुलना योगी से करना ठीक नहीं

अरुण कुमार टीटू, लखनऊ


बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) सुप्रीमाे एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए दोनों पार्टियों पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया और मुख्यमंत्री के बयान सुनकर समझिए। दोनों दल हिंदू मुस्लिम की बातें करके एक दूसरे का हित साधने में लगे हैं। सपा जब भी सत्ता में आई है तब भाजपा मजबूत हुई है। बसपा सर्व समाज की बात करती है और उसके सत्ता में रहने पर भाजपा कमजोर हुई है। वह लखनऊ स्थित प्रदेश पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहीं थीं।




पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा व अन्य विपक्षी दल जनता को लुभाने के लिए तरह तरह के वादे व घोषणाएं कर रहे हैं। इस समय आधे अधूरे कार्यों का लोकार्पण करने की होड़ मची है। सपा की तरह कांग्रेस भी एक से बढ़कर एक चुनावी घोषणाएं कर रही है। उन्होंने कहा कि यूपी की सत्ता में रहते कांग्रेस ने यदि 50 प्रतिशत वादे भी पूरा किया होता तो पार्टी की आज ये हालत न होती।


कांग्रेस पार्टी देश के अधिकतर राज्यों से सत्ता से बाहर हो गई है। प्रदेश की जनता भी उस पर विश्वास नहीं कर रही है, क्योंकि इनकी कथनी व करनी में अंतर है। मायावती ने कहा कि बसपा वादों पर नहीं करके दिखाने पर यकीन करती है। चार बार की सत्ता इसकी गवाह है, पांचवीं बार प्रदेश की जनता उन्हें मुख्यमंत्री बनाना चाहती है।


बसपा सुप्रीमाे ने कहा कि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार से जनता परेशान है। डीजल व पेट्रोल की तेजी से बढ़ती कीमतों को जनता भूलने वाली नहीं है। चुनाव में हार के डर से कीमतें कम की गई हैं, बाद में ब्याज सहित वसूली जाएंगी। चुनाव के लिए ही राशन बांटा जा रहा है, बाद में ये मिलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा अयोध्या व जिन्ना के बहाने भाजपा व सपा साठगांठ करके बयानबाजी कर रहे हैं।


उन्होंने कहा कि हिंदू मुस्लिम ध्रुवीकरण का अंदर अंदर प्रयास किया जा रहा है। स्वार्थ की राजनीति के लिए दोनों दल हर हथकंडा अपना रहे हैं। बसपा इस राजनीति की पोषक व पूरक नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 300 व सपा ने 400 सीटें जीतने का ऐलान किया है, तब तो चुनाव आयोग को यहां 1000 सीटों पर चुनाव कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, मेट्रो आदि योजनाएं उनके कार्यकाल में ही पूरी हो जाती यदि केंद्र की कांग्रेस सरकार ने रोड़ा न अटकाया होता।


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