- कानपुर के गंगा बैराज स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रसपा ने मनाई चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) कानपुर महानगर इकाई के तत्वावधान में चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि मनाई गई। गंगा बैराज स्थित प्रतिमा चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे ने कहा कि चौधरी साहब ने दिल्ली में किसानों की आवाज बुलंद करने वाले एकमात्र नेता थे। वह किसानों के सच्चे हमदर्द थे, जिन पर किसान आंख बंद करके भरोसा करते थे। किसानों-मजदूर हितों के लिए बड़े कदम उठाए। अर्थशास्त्र का उनसे बड़ा कोई जानकार नहीं था।
उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह देश की आजादी के आंदोलन से लेकर इंदिरा जी के आपातकाल के खिलाफ लड़ाई में हमेशा आगे खड़े नजर आए। किसानों के हितों के खातिर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले चौधरी चरण सिंह ने उत्तर प्रदेश में भी राजनीति की लंबी पारी खेली।
देश में आपातकाल के खातमें और इंदिरा गांधी की राजनीति में वापसी के बीच चौधरी चरण सिंह देश के प्रधानमंत्री भी बने। चौधरी साहब समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया से बेहद प्रभावित थे। कांग्रेस छोड़ने के बाद डॉ. राम मनोहर लोहिया का हाथ थाम लिया। प्रदेश में 1966 एवं 1967 में पहली बार कांग्रेस हारी। चौधरी साहब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने खाद बिक्री पर रोक को हटाया था।
चौधरी चरण सिंह को जब-जब देश तथा प्रदेश में सत्ता में रहने का अवसर मिला। उन्होंने किसानों और गरीबों के जीवन स्तर को उठाने की नीतियों को आगे बढ़ाया। इस दौरान प्रसपा पदाधिकारियों ने कोरोना महामारी से जान गंवाने वाले सरकारी एवं गैर सरकारी जनों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में हरि कुशवाहा, राकेश रावत, गुरु चरण सिंह, किसलय दीक्षित, प्रभात गहरवार, अमित यादव, पंकज बाथम शैलेंद्र मिश्रा, अभिषेक यादव, सोहनलाल, राजवीर, डीके बाथम, हाजी अलाउद्दीन वारसी, ज्ञानेंद्र यादव, हाजी अयूब आलम आदि मौजूद रहे।
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