विक्रम संवत : 2079
शक संवत : 1944
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - वर्षा ऋतु
मास - श्रावण (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार आषाढ़)
पक्ष - कृष्ण
तिथि - अष्टमी सुबह 08:12 तक तत्पश्चात नवमी
नक्षत्र - अश्र्विनी दोपहर 02:17 तक तत्पश्चात भरणी
योग - धृति दोपहर 12:21 तक तत्पश्चात शूल
राहुकाल - दोपहर 02:24 से 04:04
सूर्योदय - 06:09
सूर्यास्त - 19:20
दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
एकादशी
कामिका एकादशी जुलाई 24, 2022, रविवार
प्रदोष
जुलाई 2022 का दूसरा प्रदोष व्रत 25 जुलाई, सोमवार को किया जाएगा। इस दिन का पूजा मुहूर्त इस प्रकार रहेगा- शाम 07:17 से रात 09:21 तक।
व्रत पर्व विवरण -
विशेष - अष्टमी
चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है।
घर में बरकत नहीं हो तो
घर में बरकत नहीं होती तो खडी हल्दी के सात गाँठे और खड़ा नमक कपडे में बांध ले और घर के किसी भी कोने में कटोरी में रख दे। बरकत होगी |
शराब छुड़ाने का उपाय
जब शराब पीने की इच्छा हो तब किशमिश का 1-1 दाना मुंह में डालकर चूसें | किशमिश का शरबत पीने से भी दिमाग को ताकत मिलेगी और धीरे-धीरे शराब छोड़ने की क्षमता आ जायेगी l साथ ही इस मंत्र का जप करें : - " ॐ ह्रीं यं यश्वराये नमः " अथवा जब शराबी निद्रा में हो तो कुटुम्बी उसकी चोटी वाले भाग में देखते हुए मन ही मन इसका जप करें l
शांति और आरोग्यता पाने हेतु
अगर अशांति मिटाना है तो दोनों नथुनों से श्वास ले ॐ शांति शांति जप करें और फिर फूँक मार के अशांति को बाहर फेंक दें | संध्या काल में किया हुआ ये प्रयोग भी अशांति को भागने में बड़ी मदद देगा | अगर निरोगता करनी है तो आरोग्यता के भाव से श्वास भरें आरोग्य का मन्त्र "नासे रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमंत बीरा " ऐसा जप करके रोग गया, ऐसा 10 बार करें कैसा भी रोगी, कैसा भी अशांत, कैसा भी बिखरा हुआ जीवन हो उसका जीवन संवर जायेगा उसका |
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