Hamirpur News : डीसीआरबी की महिला सिपाही ने किया खुदकुशी का प्रयास, लगाया उत्पीड़न का आरोप

  • मिशन शक्ति को बताया बेमानी, कहा हम खुद नहीं सुरक्षित 
  • मुझे छोड़ अन्य सिपाहियों का ट्रांसफर रोका, वीडियो वायरल



प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, हमीरपुर 


एसपी के स्टेनो पर उत्पीड़न का आरोप लगा डिस्ट्रिक्ट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (डीसीआरबी) की महिला सिपाही ने आलआउट पीकर खुदकुशी का प्रयास किया। आनन फानन उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालात में सुधार होने पर उसके आवास पहुंचा दिया गया। बताया जा रहा है कि सभी स्थानांतरित महिला सिपाहियों में से उसे छोड़ कर अन्य का स्थानांतरण रोके जाने से आहत है। वहीं, एएसपी ने मामले की जांच सीओ सदर को सौंपी है। साथ ही उचित कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं।


पीड़िता ने मिशन शक्ति को बेमानी बताते हुए खुद काे असुरक्षित बताया है। उसका कहना है कि पूर्व में स्थानांतरित की गई सभी महिला सिपाहियों का ट्रांसफर रोक दिया गया, सिर्फ उसे छोड़कर। इसलिए आहत होकर जहरीला पदार्थ खा लिया। इसका उसने वीडियो भी वायरल कर दिया है।


मथुरा जिला निवासी महिला सिपाही प्रिया चौधरी जिले के डीसीआरबी में तैनात हैं, वह जिला मुख्यालय में ही किराये के मकान में रहती हैं। उन्होंने मंगलवार रात आलआउट पी लिया। जिसकी सूचना मिलने पर विभागीय कर्मचारियों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के बाद हालत में सुधार होने पर बुधवार सुबह अस्पताल से घर भेज दिया गया।


अस्पताल में भर्ती महिला सिपाही ने विभागीय अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि वह कैसे मिशन शक्ति की जानकारी दूसरे को दे जब वह खुद सुरक्षित नहीं है। उन्होंने एसपी के स्टेनाे पर आरोप लगाते हुए बताया कि उनके बहकावे में आकर विभागाध्यक्ष की रिपोर्ट पर उनका स्थानांतरण चिकासी थाना कर दिया गया। हाल में उसके अलावा अन्य स्थानांतरित महिला सिपाहियों का स्थानांतरण रोक दिया गया। उससे आहत होकर ही जहरीला पदार्थ खा लिया, लेकिन वह बच गई। उसका कहना है कि ऐसी जिंदगी से तंग आ गई हूं। आरोप लगाया कि स्टेनो की मैडम की बीते चार साल में कोई ड्यूटी नहीं लगाई गई, जबकि उसे ड्यूटी के लिए प्रताड़ित किया जाता है। उसे एसपी और एएसपी से भी मिलने नहीं दिया जाता है। 


आखिर क्या कमी, जो नहीं रोका ट्रांसफर


आखिर क्या कमी थी जो मेरा ट्रांसफर रोका नहीं गया। पीड़िता ने बताया कि बीते दिनों ड्यूटी लगाए जाने पर जब भी वह स्टेनो सर से मिलती वह उससे अभद्रता करते। वहीं, सभी महिला सिपाहियों का स्थानांतरण रोका गया। आखिर उसकी क्या कमी थी जो उसका नहीं रोका गया। 


प्रशासनिक आधार पर हुआ था कासगंज से स्थानांतरण 


एएसपी अनूप कुमार ने बताया कि उक्त मामले की जांच सीओ सदर को दी गई है। वहीं, महिला सिपाही द्वारा लगाए जा रहे आरोप गलत हैं। स्टेनो की पत्नी की भी ड्यूटी लगाई गई है। उनके द्वारा ड्यूटी न लगाए जाने का आरोप गलत है। स्थानांतरण किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं बल्कि बोर्ड की सहमति से किया व रोका जाता है। जनपदीय बोर्ड के सामने सिपाही की शिकायतें होने के कारण स्थानांतरण नहीं रोका गया। महिला सिपाही का कासगंज से प्रशासनिक आधार पर यहां स्थानांतरण किया गया था।

Post a Comment

0 Comments