Latest News-UP : दलितों की रहनुमा बनी आप (AAP)सड़क पर उतरी

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  • प्रदेश में दलितों की हत्याएं, अत्याचार और अन्याय के खिलाफ जीपीओ हजरतगंज पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन

प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, लखनऊ


प्रदर्शन करते आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को रोकती पुलिस।

उत्तर प्रदेश (UP)में अब आम आदमी पार्टी (AAP)दलितों की रहनुमा बन रही है। मंगलवार को रायबरेली के ‌लालगंज में पुलिस कस्टडी में दलित युवक की मौत और प्रदेश में जगह-जगह दलितों की हत्याएं, उन पर अत्याचार और अन्याय के खिलाफ आम आदमी पार्टी की एससी/एसटी विंग ने लखनऊ में जीपीओ, हजरतगंज पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया।
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प्रदेश महासचिव इंद्रेश सोनकर के नेतृत्व में कार्यकर्ता जीपीओ से हजरतगंज चौराहे पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा की ओर नारेबाजी करते हुए जा रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक लिया। आप कार्यकर्ता वहीं सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। इसी बीच पुलिस और कार्यकर्ताओं में नोकझोंक हुई। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर इको गार्डन ले आई।


एससी/एसटी विंग के प्रदेश महासचिव इंद्रेश सोनकर ने कहा कि योगी राज में प्रदेश दलितों के लिए कब्रगाह बन गया है। लालगंज में एक दलित युवक को पुलिस ने तीन दिन तक कस्टडी में रखा। बेरहमी से पिटाई की, जिससे युवक की मौत हो गई। आगरा में दलित परिवार के पति, पत्नी और उसके बेटे की हत्या कर दी गई। शव जलाने का प्रयास किया गया। लखीमपुर में एक दलित बच्ची से गैंग रेप कर आंखें निकालकर बर्बरतापूर्ण तरीके से हत्या की गई। जघन्य घटनाएं रोज हो रही हैं और योगी सरकार दलितों की सुरक्षा और न्याय दिलाने में नाकाम साबित हुई है।


जब हमारे साथियों ने दलितों के ऊपर हो रहे अन्याय अत्याचार की आवाज उठाने के लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया तो योगी सरकार की पुलिस ने मारपीट की, और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन सभी का हक है, लेकिन योगी सरकार तानाशाही कर रही है।


वहीं, प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया रायबरेली लालगंज में मृतक के परिवार से सोमवार को यूपी प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह मिलने गए थे। उन्होंने सरकार से मांग की है पुलिस अधीक्षक को तत्काल निलंबित किया जाए। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए।(Latest News)


प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष सम्राट विनोद कुमार बौद्ध, ओमकार सिंह, विनोद खटिक, रामजी लाल, ललित वाल्मीकि, विनय, तुषार, हरिशंकर, आकाश दीवान, कृष्णा चौधरी सनी कुमार, मोहित कुमार, विकास कुमार, विनोद चौधरी, अमित चौधरी, अंकित कुमार और पवन कुमार अश्वनी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।

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