Prarabdh Dharm-Aadhyatm : आज का पंचांग एवं पर्व-त्योहार (28 अप्रैल, 2021)

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आज का  पंचांग

दिनांक 28 अप्रैल 2021

दिन - बुधवार

विक्रम संवत - 2078 (गुजरात - 2077) 

शक संवत - 1943

अयन - उत्तरायण

ऋतु - ग्रीष्म

मास - वैशाख (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - चैत्र)

पक्ष - कृष्ण

तिथि - द्वितीया 29 अप्रैल रात्रि 01:34 तक तत्पश्चात तृतीया

नक्षत्र - विशाखा शाम 05:13 तक तत्पश्चात अनुराधा

योग - व्यतिपात शाम 03:51 तक तत्पश्चात वरीयान्

राहुकाल - दोपहर 12:36 से दोपहर 02:13 तक

सूर्योदय - 06:11

सूर्यास्त - 19:01 

दिशाशूल - उत्तर दिशा में

व्रत पर्व विवरण - 


 विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा  बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

               

आरती में कपूर का उपयोग


कपूर – दहन में बाह्य वातावरण को शुद्ध करने की अदभुत क्षमता है | इसमें जीवाणुओं, विषाणुओं तथा सूक्ष्मतर हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करने की शक्ति है | घर में नित्य कपूर जलाने से घर का वातावरण शुद्ध रहता है, शरीर पर बीमारियों का आक्रमण आसानी से नहीं होता, दु:स्वप्न नहीं आते और देवदोष तथा पितृदोषों का शमन होता है | 


वैशाख मास माहात्म्य


वैशाख मास सुख से साध्य, पापरूपी ईंधन  को अग्नि की भाँति जलानेवाला, अतिशय पुण्य प्रदान करनेवाला तथा धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष - चारों पुरुषार्थों को देनेवाला है ।


देवर्षि नारदजी राजा अम्बरीष से कहते हैं : ‘‘राजन् ! जो वैशाख में सूर्योदय से पहले भगवत्-चिंतन करते हुए पुण्यस्नान करता है, उससे भगवान विष्णु निरंतर प्रीति करते हैं ।


पाप तभी तक गरजते हैं जब तक जीव यह पुण्यस्नान नहीं करता ।


वैशाख मास में सब तीर्थ आदि देवता बाहर के जल (तीर्थ के अतिरिक्त) में भी सदैव स्थित रहते हैं । सब दानों से जो पुण्य होता है और सब तीर्थों में जो फल होता है, उसीको मनुष्य वैशाख में केवल जलदान करके पा लेता है । यह सब दानों से बढकर हितकारी है ।


            

वैशाख मास


इस मास में भक्तिपूर्वक किये गये दान, जप, हवन, स्नान आदि शुभ कर्मों का पुण्य अक्षय तथा सौ करोड़ गुना अधिक होता है। - पद्म पुराण


 पंचक      

4 मई रात्रि 8.41 बजे से 9 मई सायं 5.30 बजे तक

1 जून रात्रि 3.57 बजे से 5 जून रात्रि 11.27 बजे तक

28 जून प्रात: 12.57 बजे से 3 जुलाई प्रात: 6.15 बजे तक

एकादशी

07 मई, शुक्रवार    वरुथिनी एकादशी

23 मई, रविवार    मोहिनी एकादशी

06 जून, रविवार    अपरा एकादशी

21 जून, सोमवार    निर्जला एकादशी


प्रदोष


08 मई: शनि प्रदोष


24 मई: सोम प्रदोष व्रत


07 जून: सोम प्रदोष व्रत


22 जून: भौम प्रदोष


अमावस्या


वैशाख अमावस्या- मंगलवार, 11 मई 2021


ज्येष्ठ अमावस्या- बृहस्पतिवार, 10 जून 2021


पूर्णिमा


26 मई, बुधवार: बुद्ध पूर्णिमा

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