- रात्रि जागरण के बाद रात को अष्टमी तिथि लगते काटी गर्दन
- कुरारा थाना के बेरी गांव की घटना, ग्रामीणों में अफरा तफरी
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, हमीरपुर
जिले के कुरारा क्षेत्र के बेरी गांव स्थित प्राचीन प्रसिद्ध कोटेश्वर मंदिर में एक देवी भक्त ने आधी रात को नवरात्र की अष्टमी तिथि लगते ही धारधार हथियार से अपनी गर्दन काट दी और खून की धार देवी मां पर दे दी। गर्दन की नस कटते ही वह अचेत हो गया और रात भर मंदिर में ही पड़ा रहा। सुबह जब पुजारी व अन्य भक्त पूजा करने पहुंचे और खून से लथपथ भक्त को देखा तो अफरातफरी मच गई। आनन फानन पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायल को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा। गंभीर हालत को देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया गया।
बेरी गांव निवासी 40 वर्षीय रुकमणि उर्फ रुकमा के बड़े भाई बलराम विश्वकर्मा ने बताया कि उसका छोटा भाई अविवाहित है। वह प्रत्येक सोमवार को गांव स्थित कोटेश्वर मंदिर में पूजा करने जाता था।
नवरात्र के चलते वह शुक्रवार रात मंदिर पहुंचा और जागरण किया। रात में मंदिर में पूजा करने के बाद सरौते से अपनी गर्दन काटकर मंदिर में खून की धार दे दी। शनिवार सुबह जब पुजारी व अन्य भक्त मंदिर पहुंचे तो उसे खून से लथपथ पाया। उसे घटना की जानकारी दी।
घटना से गांव में खलबली मच गई। मंदिर में लोगों की भीड़ लगना शुरू हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे बेरी चौकी इंचार्ज विवेक त्रिपाठी घायल देवीभक्त को इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर गए। जहां से गंभीर हालत में कानपुर रेफर कर दिया।
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