दिनांक : 08 नवम्बर 2025
दिन : शनिवार
विक्रम संवत् : 2082
अयन : दक्षिणायण
ऋतु : हेमंत
मास : मार्गशीर्ष
पक्ष : कृष्ण
तिथि : तृतीया सुबह 07:32 बजे तक, तत्पश्चात् चतुर्थी प्रातः 04:25 बजे 09 नवम्बर तक तत्पश्चात् पञ्चमी
नक्षत्र : मृगशिरा रात्रि 10:02 बजे तक तत्पश्चात् आर्द्रा
योग : शिव शाम 06:32 बजे तक तत्पश्चात् सिद्ध
करण : विष्टि प्रातः 07:32 बजे तक तत्पश्चात बव
राहुकाल : सुबह 09:23 बजे से सुबह 10:47 बजे तक
सूर्योदय : प्रातः 06:21 बजे
सूर्यास्त : संध्या 05:23 बजे
दिशा शूल : पूर्व दिशा में
ब्रह्ममुहूर्त : प्रातः 04:31 बजे से प्रातः 05:21 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12:14 बजे तक
निशिता मुहूर्त : रात्रि 11:28 बजे से रात्रि 12:18 बजे तक
सूर्य राशि : तुला
चंद्रमा राशि : वृष
बृहस्पति राशि : कर्क
व्रत पर्व विवरण : गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
विघ्नों और मुसीबतें दूर करने के उपाय
शिव पुराण में जिक्र किया गया है कि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें :
ॐ गं गणपते नमः।
ॐ सोमाय नमः।


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