- उप्र व बिहार के बाद बंगाल क्रिकेट टीम की मुख्य फिजियो बनीं लक्ष्मी
- वर्ष 2014-2018 तक उप्र, वर्ष 2018-19 बिहार की मुख्य फिजियो रहीं
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, लखनऊ
उत्तर प्रदेश और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की महिला (वूमेंस) क्रिकेटरों की फिटनेस की टिप्स देने के बाद कानपुर की लक्ष्मी अब क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल की क्रिकेटरों को फिटनेस का गुरुमंत्र दे रहीं हैं। उन्होंने बंगाल की वूमेंस क्रिकेट टीम के साथ बतौर मुख्य फिजियो जुड़ गईं हैं। इससे पहले वह उत्तर प्रदेश के साथ-साथ भारतीय टीम की कई प्रमुख क्रिकेटरों पूनम यादव, झूलन गोस्वामी, दीप्ति शर्मा, मिताली राज को चोटों से उबार चुकीं हैं।
कानपुर के विकास नगर निवासी लक्ष्मी राठौर वर्ष 2014 से 2018 तक उप्र की सीनियर, जूनियर वूमेंस टीम की मुख्य फिजियो अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। वर्तमान समय में लक्ष्मी कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में गेस्ट लेक्चर हैं। लक्ष्मी राठौर अब अपनी नई पारी की शुरुआत बंगाल से की है। इससे पहले वह एक वर्ष के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के साथ भी काम कर चुकीं हैं।
लक्ष्मी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की अंडर-19 कैंप और इंडिया बी टीम के साथ अंडर-23 कैंप में बेहतर के बूते अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहीं हैं। कानपुर में लक्ष्मी खिलाड़ियों को निश्शुल्क फिजियो सेवाएं देने के लिए भी जानी जातीं हैं।
क्रिकेटरों पर रिसर्च वर्क ने बनाया फिजियो
31 वर्षीय लक्ष्मी राठौर स्पोट्र्स में मास्टर हैं। उन्होंने पढ़ाई के दौरान क्रिकेटरों में होने वाली चोटों पर रिसर्च किया है। इसके चलते उन्हें क्रिकेटरों में होने वाली इंजरी की अहम जानकारी है, जो उनके फिजियो बनने में मददगार साबित हुई है। इसलिए पढ़ाई पूरी होने के बाद उप्र वूमेंस टीम के साथ मुख्य फिजियो के रूप में जुड़ गईं थीं।
क्रिकेटरों को चोटों से बचाने पर फोकस
लक्ष्मी ने बताया कि उनका फोकस क्रिकेटरों को आमतौर पर अभ्यास और मैच के दौरान होने वाली चोटों से बचाने पर है। खासकर कंधा, एड़ी, कमर दर्द के साथ मांसपेशियों में खिचाव न होने पाए। इसलिए खिलाड़ियों को अभ्यास के दौरान विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। गेंदबाजों व बल्लेबाजों में होने वाली चोटों से बचने की सीख भी दी जाती है।
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Prarabdhnews ka content bahut jordar hai
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