- नीतीश सरकार के आठ मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, पटना
बिहार विधान सभा के पहले चरण में 71 सीटों पर बुधवार को वोट डाले जाएंगे। राजग और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर है।
वहीं, दीनारा से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह, राजपुर (सु) से परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला, बांका से राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल, लखीसराय से श्रम मंत्री विजय कुमार सिन्हा, चयनपुर से अनुसूचित जाति व जनजाती कल्याण मंत्री बृजकिशोर बिंद मैदान में है। इन मंत्रियों के अलावा इमामगंज से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मैदान में हैं।
महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव की सभाओं में मुस्लिम-यादव समीकरण से जुड़ी भीड़ के अलावा दूसरे राज्यों से लौटे मजदूर-कामगार दिख रहे हैं।
पिछड़े-दलित वर्ग के लोगों का रुझान राजग की ओर है जिन्हें केंद्र और राज्य सरकार से मदद के तौर पर मुफ्त अनाज और नकद राशि मिली हैं।
महिला मतदाताओं के बीच नीतीश का असर दिख रहा है।
इस चरण में जहां मतदान है, वहां पिछले चुनाव में राजद के 25 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी और जदयू के 21 उम्मीदवार जीते थे। भाजपा के 14 और कांग्रेस के 8 उम्मीदवार विजयी हुए। इस बार के चुनाव में भाजपा के ज्यादातर बागी पहले चरण में ही मैदान में हैं। इसके अलावा जीतन राम मांझी के हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के एक, भाकपा माले को एक और एक निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली थी।
10 लाख नौकरी बनाम 19 लाख रोजगार
चुनाव में रोजगार बड़ा मुद्दा बन चुका है। महागठबंधन ने इस मुद्दे को सेट कर दिया है और अब इस मुद्दे से इतर बात करने की कोशिशों को जनता सफल नहीं होने दे रही है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने सरकार बनने के बाद दस लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया है, जिसके जवाब में भाजपा ने 19 लाख रोजगार के अवसर का वादा किया।
मुफ्त कोरोना वैक्सीन का वादा
भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि सरकार बनी तो यहां के लोगों को मुफ्त कोरोना का टीका लगाया जाएगा। महागठबंधन ने इस वादे को निशाने पर लिया है। उधर, रोहतास में तेजस्वी ने बाबू साहेब विरोधी बयान देकर पिछड़ों को गोलबंद करने का प्रयास कर विवाद पैदा कर दिया है।
मोदी-राहुल की आज रैलियां भी
प्रथम चरण के चुनाव के लिए आज जब मतदान हो रहा है, तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना में तो राहुल गांधी मिथलांचल के कुशेश्वरस्थान और वाल्मीकि नगर में जनसभाओं को संबोधित करने वाले हैं। जाहिर है, इन जनसभाओं से दूसरे चरण के मतदान के लिए जहां प्रचार आक्रामक होगा, वहीं पहले चरण में मतदान कर रहे मतदाताओं को इनकी रैलियों का इंतजार है।
कोरोना काल में बड़ी चुनौती
कोरोना काल में हो रहे चुनाव में मतदान केंद्रों से लेकर ईवीएम तक की व्यवस्था बड़ी चुनौती है। हालांकि चुनाव आयोग की ओर से मतदान केंद्रों पर न केवल मॉस्क, सैनिटाइजर आदि की एहतियाति व्यवस्था की गई है बल्कि सुरक्षा के लिए मतदाताओं की कतार से लेकर चुनावकर्मियों तक ड्यूटी को लेकर गाइडलाइन तय कर दी गई है।
कोरोना काल में दुनिया का यह पहला बड़ा चुनाव हो रहा है। मतदाताओं और चुनावकर्मियों को संक्रमण से बचाने की भी बड़ी चुनौती है।
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